जंग में इजराइल को बड़ी चोट, हिज्बुल्लाह का दावा-आयरन डोम को किया तबाह

इजराइल और हमास के बीच लगभग आठ महीनों से भीषण युद्ध चल रहा है. न जाने कितने मासूमों की जान चल गई है. इस बीच नेतन्याहू ने लेबनान बॉर्डर इलाके का दौरा किया है, जिसके बाद उन्होंने कहा है कि वह उत्तर में भीषण ऑपरेशन के लिए तैयार हैं. अब तक लेबनान में कम से कम 455 लोग मारे गए हैं,

 
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इजराइल लेबनान की सीमा पर लगातार बारूद बरसा रहा है. उसकी तोपें और बंदूकें आग उगल रही हैं और वह पीछे हटने को तैयार नहीं है. इस बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि लेबनान की सीमा पर उनकी बड़े हमले की तैयारी पूरी है. इस इलाके में इजराइली सैनिकों और हिज्बुल्लाह के लड़ाकों के साथ गोलीबारी जारी है. वहीं, हिज्बुल्लाह का कहना है कि उसने रामोट नफ्ताली में इजराइल के आयरन डोम को टारगेट कर ध्वस्त कर दिया है.

दरअसल, इजराइल और हमास के बीच लगभग आठ महीनों से भीषण युद्ध चल रहा है. न जाने कितने मासूमों की जान चल गई है. इजराइल के हमलों से गाजा में तबाही आई. हजारों इमारतें जमींदोज हो गईं. वहीं, हमास के लड़ाकों ने इजराइलियों को बंधक बनाया हुआ है. हालांकि कुछ को रिहा भी किया गया है. अब इजराइल ने लेबनान के क्षेत्र में और भीषण हमले की तैयारी कर रखी है.

नेतन्याहू ने लेबनान बॉर्डर का लिया जायजा

नेतन्याहू ने लेबनान बॉर्डर इलाके का दौरा किया है, जिसके बाद उन्होंने कहा है, ‘हम उत्तर में भीषण ऑपरेशन के लिए तैयार हैं. किसी भी तरह से उत्तर में सुरक्षा बहाल करेंगे.’ इसके बाद हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने दिन के दौरान इजराइली ठिकानों पर कई हमले किए हैं, जिसमें रामोट नफ्ताली बैरक में आयरन डोम प्लेटफॉर्म पर गाइडेड मिसाइल से अटैक किया गया है.

इजराइल कैसे बना रहा हिज्बुल्लाह के लड़ाकों को निशाना

बीते कुछ सप्ताह में इजराइल ने लेबनान में कारों और मोटरसाइकिलों पर सवार हिज्बुल्लाह के लड़ाकों, फिलिस्तीनी के सहयोगी और लेबनानी उग्रवादियों को निशाना बनाना तेज कर दिया. नेतन्याहू के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इटमार बेन ग्वीर और वित्त मंत्री बेजेल स्मोट्रिच ने हाल के दिनों में उत्तरी इजराइल में सुरक्षा बहाल करने के लिए तत्काल कार्रवाई की अपील की थी. पिछले साल अक्टूबर की शुरुआत से लेकर अब तक हुई हिंसा में लेबनान में कम से कम 455 लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकतर लड़ाके हैं, लेकिन 88 आम नागरिक भी मारे गए हैं. वहीं, इस दौरान इजराइल की ओर से कम से कम 14 सैनिक और 11 आम नागरिक मारे गए हैं.