गाजा में कब थमेगा मौत का तांडव? इजराइल हमले में और 45 मौतें, मलबे के नीचे से बच्चे और महिला को निकाला

 गाजा में इजराइल के हमले थमने का नाम नहीं ले रही है. इजराइल एक फिर उत्तर गाजा की त्र इमारतों पर बम बरसाते हुए 45 लोगों की जान ले ली है. वहीं ईरान में मारे गए 4 सैनिकों की मौत पर ईरान के राष्ट्रपति सूद पेजेश्कियान ने दुख जताया है.

 
इजराइल

इजराइल ने शनिवार को ईरान पर हमला कर मध्य पूर्व में एक बड़ी जंग की आशंका को फिर हवा दे दी है. ईरान, लेबनान, सीरिया और इराक में अपने हमलों का दायरा बढ़ाने के साथ-साथ इजराइल गाजा में भी अपने हमले जारी रखे हुए है. अल जजीरा की खबर के मुताबिक उत्तर गाजा में इजराइल के 6 इमारतों पर किए गए हमले ने 45 लोगों की जान लेली है.

इजराइल का हालिया हमला गाजा में नागरिक इमारतों को निशाना बनाते हुए किया गया, जिसमें 45 नागरिकों की जान चली गई और कई को मलबे के नीचे से निकाला गया है. पिछले एक साल से जारी जंग में गाजा का मानवीय संकट अपने चरम पर है और इजराइल के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.

एक साल से जारी जंग में गाजा में कम से कम 42 हजार लोगों की जान गई है और एक लाख से ऊपर घायल हुए हैं. इजराइल सेना के हवाई हमलों से गाजा का करीब 75 फीसद इंफ्रास्ट्रक्चर तबाह हो गया है और मानवीय मदद पर लगाए गए प्रतिबंध की वजह से गाजा के लाखों लोग भुखमरी की मार झेल रहे हैं. 7 अक्टूबर 2023 में हमास के हमले में करीब 1100 इजराइली मारे गए थे और लगभग 250 को बंधक बना लिया गया था.

पूरी आबादी का जंग में मरने का खतरा

इजराइली कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में UN के विशेष दूत फ्रांसेस्का अल्बानीज़ का कहना है कि “गाजा की पूरी आबादी उस नरसंहार में मरने के खतरे में है, जिसका ऐलान हम सबकी निगरानी में किया गया है.” काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस (CAIR) ने भी अमेरिका से फिलिस्तीन की पूरी आबादी के व्यवस्थित विनाश को रोकने का आह्वान किया है.

4 ईरानी सैनिकों की मौत के बाद गम

इजराइल के हमले में मारे गए 4 सैनिकों की मौत पर ईरान के राष्ट्रपति सूद पेजेश्कियान ने दुख जताया है. वहीं ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने शनिवार सुबह हमले में मारे गए सैनिकों के परिजनों से मुलाकात की. सुप्रीम लीडर ने हमले के बाद कहा इजराइल हमलों के प्रभाव को बड़ा दिखाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ईरान के अंदर उन्हें छोटा दिखाने का कोई भी कदम भी गलत होगा. उन्होंने कहा, “हमारे लिए यह कहना गलत होगा कि यह कुछ भी नहीं था और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता”