घर और बच्चे की जिम्मेदारियों के बीच में माएं अपनी सेहत का ख्याल इस तरह रखें, एक्सपर्ट की राय
हर एक महिला घर, परिवार और ऑफिस की जिम्मेदारी को बहुत ही अच्छे से निभाती है. लेकिन इन सब जिम्मेदारियों के बीच वह अपने लिए बिल्कुल भी समय नहीं निकाल पाती है. ऐसे में हर एक मां को अपनी जिम्मेदारियों के साथ अपना ख्याल रखना भी जरूरी है. ऐसे में आपको फिजिकली और मेंटली हेल्दी रहने के लिए डॉक्टर द्वारा बताई इन बातों का ख्याल रखना चाहिए.

मां एक ऐसा शब्द है, जिसमें पूरा संसार समाया हुआ है. मां न सिर्फ हमें जन्म देती है बल्कि वह हमारे दोस्त की तरह हमारी मार्गदर्शन करती है. जो बिना किसी उम्मीद के हमारी हर जरूरत और हमारा ख्याल रखती है.जब हम दुखी होते हैं, मां की गोद सबसे सुकून देने वाली जगह बन जाती है. बिना बोले ही हमारी हर बात समझ जाती है. मां अपने बच्चों के लिए हर तकलीफ सह लेती है, लेकिन बच्चों को कभी कोई परेशानी नहीं आने देती. वह दिन-रात मेहनत करती है, घर-परिवार को संभालती है और हमारे हर सुख-दुख में साथ देती है. लेकिन इन्हीं सब जिम्मेदारियों के बीच वह अपना ख्याल रखना भूल जाती है.
मां पूरे परिवार को संभाल कर रखती है.पति, बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उनके खान-पान उनके रहन-सहन का पूरी तरह से ख्याल रखती है. एक मां ही है जो पूरे निस्वार्थ भाव से अपने पूरे परिवार का ख्याल रखती है. ऐसे में मदर्स डे के मौके पर यह जरूरी हो जाता है कि सभी माताओं को उनकी हेल्थ के प्रति सजग किया जाए.क्योंकि जब माता की सेहत तंदुरुस्त रहेगी तभी वो दूसरों का ख्याल भी अच्छे से रख पाएंगी। ऐसे में यह समझते हैं कि उन्हें अपनी सेहत को लेकर किन-किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए.
समय-समय पर चेकअप करवाना है जरूरी
दिल्ली के श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी के यूनिट हेड एंड सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर पूनम अग्रवाल का कहना है कि खान-पान से लेकर दिनचर्या समय-समय पर अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग रहना बहुत जरूरी होता है.हर 6 महीने या साल में एक बार फुल बॉडी चेकअप, इसके अलावा ब्लड प्रेशर, शुगर, थायराइड, कैल्शियम, मैमोग्राफी (उम्र के अनुसार) जैसे टेस्ट जरूर कराएं. इससे बीमारी का समय पर पता लगाने और सही समय पर इलाज करवाने में मदद मिलती है.इसके अलावा अपने खान-पान पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है. हरी सब्जियां, दालें, फल, दूध और पर्याप्त पानी जरूरी है। चाय-कॉफी सीमित करें, बाहर के फास्ट फूड खाने से परहेज करें.
फिजिकल और मेंटल हेल्दी रहना
अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में डायबिटोलॉजिस्ट डॉक्टर नवनीत कौर का कहना है कि हेल्दी और फिट रहने के लिए 30 मिनट वॉक या योग जरूर करना चाहिए. फिजिकल एक्टिविटी न केवल शरीर को फिट रखती है, बल्कि मानसिक तनाव भी कम होता है.इसके अलावा आपको भरपूर मात्रा में नींद भी लेनी चाहिए, हर दिन 6 से 8 घंटे की नींद जरूरी है.नींद पूरी न होने के कारण चिड़चिड़ापन, थकान और कई तरह के हेल्थ इश्यूज हो सकते हैं. जब भी आपको समय मिले तो अपनी पसंद का काम अवश्य करें, जैसे पढ़ना, गार्डनिंग, म्यूजिक सुनना आदि. अकेलापन या तनाव महसूस हो तो अपनों से बात करें या विशेषज्ञ से सलाह लें.
आराम करना है जरूरी
अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर मानिनी पटेल का कहना है कि कई बार महिलाएं जरूरत से ज्यादा काम का लोर्ड लेती हैं और ज्यादा मेहनत करती हैं. जिससे उन्हें थकावट हो जाती है जैसे कि कभी-कभी लगातार कपड़े धोना या फिर घर की साफ सफाई ज्यादा देर तक करने से उन्हें थकान हो जाती है ऐसे में उन्हें इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि धीरे-धीरे ही कार्य को पूरा करें परंतु एक साथ कार्य पूरा करने के चक्कर में अपने सेहत से कोई समझौता न करें.
खुद के लिए अलग से समय निकालें
छत्रपति शिवाजी सुभारती हॉस्पिटल में कंसलटेंट साइकेट्रिस्ट डॉक्टर रितिका ने बताया कि महिलाएं दिनभर अपने परिवार और ऑफिस के जिम्मेदारियों में बिजी रहती हैं और खुद के लिए समय नहीं निकाल पाती हैं. लेकिन अपने लिए समय निकालना बहुत जरूरी है. हफ्ते में एक दिन ऐसा जब वह अपने दोस्तों के साथ में मूवी देखने, कहीं घूमने या फिर पार्लर जाए. जब वह इस दिन अपना कोई मन पसंदीदा काम करती हैं तो उनके लिए वह दिन एक रिफ्रेशमेंट भर दिन होता है और उसके बाद उन्हें एक नई एनर्जी भी मिलती है.इसके अलावा रोजाना कुछ समय अपने लिए निकालकर योग या एक्सरसाइज करना भी अच्छा विकल्प है.