भारत-पाक टेंशन के बीच देशभर में 2 से 3 दिन तक बंद रहेंगे ATM? क्या है मामला?
भारत पाकिस्तान टेंशन के बीच एटीएम से जुड़ी एक ऐसी खबर सामने आ रही है, जिसकी वजह से लोगों में बेचैनी हो सकती है और वे ऐसे मैसेज के बाद अपने एकाउंट से पैसे निकालना चाहेंगे. ऐसी स्थिति में बैकों में लोगों की जबरदस्त भीड़ लग जाएगी और उनका कामकाज प्रभावित होगा.

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच कई अफवाहें फैल रही हैं, जिनसे लोगों में घबराहट का माहौल बन रहा है. इनमें से एक फर्जी संदेश व्हाट्सएप पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि अगले दो से तीन दिनों तक एटीएम बंद रहेंगे, जिसके चलते लोगों की भीड़ एटीएम पर लगने लगी है. अगर आपके भी व्हाट्सऐप पर ऐसा कोई मेसेज आया है तो ये खबर आपके काम की साबित हो सकती है. आइए जानते हैं क्या सच में अगले 2-3 एटीएम बंद रहने वाले हैं?
क्या है सच्चाई?
सरकार ने इस दावे का फैक्ट चेक कर इसे पूरी तरह से गलत बताया है. सरकार ने स्पष्ट किया है कि एटीएम पूरी तरह से सामान्य रूप से काम करते रहेंगे और लोगों को किसी भी तरह की नकदी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके साथ ही, सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे भारत-पाकिस्तान तनाव से जुड़ी किसी भी अपुष्ट जानकारी या अफवाह को साझा करने से बचें.
PIB ने क्या कहा?
PIB (प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल (@PIBFactCheck) से एक ट्वीट में स्पष्ट किया है कि एटीएम बंद होने का दावा करने वाला वायरल व्हाट्सएप मैसेज पूरी तरह झूठा है. PIB ने बताया कि एटीएम सामान्य रूप से काम करते रहेंगे और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है.
यह अफवाह फैलने के बाद कई लोगों में नकदी निकालने को लेकर चिंता बढ़ गई थी. PIB ने लोगों से अपील की है कि वे इस भ्रामक जानकारी पर ध्यान न दें और इसे आगे न फैलाएं. सरकार का यह स्पष्टीकरण नागरिकों में अनावश्यक डर को खत्म करने और एटीएम सेवाओं को सुचारू रूप से जारी रखने का भरोसा दिलाने के लिए जारी किया गया है.
सावधानी बरतने की सलाह
PIB की तरफ से पहले भी कई बार लोगों को सोशल मीडिया पर फैलने वाली गलत खबरों से सावधान रहने की सलाह दी गई है. उन्होंने कहा कि सही जानकारी के लिए केवल आधिकारिक सोर्स पर भरोसा करें. व्हाट्सएप से फॉरवर्ड किए गए मेसेज अक्सर भ्रामक होते हैं ऐसे में आपको किसी भी मेसेज को वेरिफाई कर लेना चाहिए.
पीआईबी (PIB) की तरफ से सुझाव दिया गया कि किसी भी मैसेज पर विश्वास करने या आगे भेजने से पहले उसकी सच्चाई को अच्छी तरह जांच लें. यदि कोई खबर संदिग्ध लगे तो पहले आधिकारिक सोर्स से उसकी पुष्टि कर लें.