मौत वाली होर्डिंग…एक लापरवाही और चली गई 14 की जान, मुंबई हादसे का जिम्मेदार कौन?

यह हादसा नहीं होता. जिस होर्डिंग के नीचे लोग दबे थे. वह अवैध था. काफी समय से लगा था. होर्डिंग को हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया था. हादसे के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी घाटकोपर पहुंचे. उन्होंने कहा है कि भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके खिलाफ बीएमसी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

 
Maharashtra News

दिन सोमवार, तारीख 13.5.2024…हल्की बूंदा-बांदी हो रही थी, फिर तेज हवाएं चलने लगीं. महाराष्ट्र के मुंबई में अक्सर मौसम अचानक से करवट ले ही लेता है. मुंबई के लोगों को इसकी आदत है. लेकिन घाटकोपर में यह मौसम कहर बनकर टूटा. तेज हवाओं की वजह से एक बड़ा होर्डिंग अचानक गिर पड़ा. करीब 100 से अधिक लोग दब गए. इस हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं हादसे में 74 लोग घायल बताए जा रहे हैं.

यह हादसा नहीं होता. अगर उस जगह होर्डिंग न लगा होता. क्योंकि होर्डिंग के कारण की लोगों की मौत हुई. यही नहीं, यह होर्डिंग अवैध रूप से लगाया गया था. इसे यहां लगाने के लिए परमिशन नहीं ली गई थी. बावजूद इसके इसे उस जगह लगाया गया. हादसे के बाद बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने मौके पर जाकर मुआयना किया. उन्होंने भी बताया कि होर्डिंग अवैध था. मैंने व्यक्तिगत रूप से मुंबई नगर आयुक्त से मुलाकात की थी. किरीट सोमैया ने आगे कहा कि नगर निगम ने कल इस होर्डिंग को हटाने के लिए नोटिस जारी किया था.लेकिन सवाल यह है कि नोटिस जारी होने के बाद भी होर्डिंग क्यों नहीं हटा. अगर यह अवैध था तो नगर निगम इतने दिनों से मौन क्यों रहा.

होर्डिंग के नीचे दबे लोगों का रातभर रेस्क्यू चलता रहा. इस हादसे में जो लोग जख्मी थे, उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. लेकिन जिनको हल्की चोटें आई थीं, उनका मरहम-पट्टी कर डॉक्टरों ने घर भेज दिया. हालांकि, अब रेस्क्यू कार्य पूरा हो चुका है. हादसे के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा है कि सभी होर्डिंग्स का उचित ऑडिट किया जाए. भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे.

प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी

इस दौरान, ठाणे के रहने वाले गुपचंदानी ने कहा, घटना के समय, वह अपनी कार में पेट्रोल भराने के लिए इस पेट्रोल पंप पर आए थे, लेकिन अचानक, तेज़ हवाएं चलने लगीं, जिस वजह से पेट्रोल पंप पर होर्डिंग गिर गई.यह देख मौके पर अफरा-तफरी मच गई. लोग इधर-उधर भागने लगे. गुपचंदानी ने कहा कि सौभाग्यवश वह और उनका दोस्त सुरक्षित बच गए. हालांकि, उन्होंने होर्डिंग के नीचे फंसे कई लोगों को बाहर निकाला.

इस होर्डिंग के नीचे एक महिला का पति भी दबा था. महिला के मुताबिक, ‘मेरे पति ने बताया कि एक घंटे पहले वह पेट्रोल भरवाने आए थे. उनका फोन आया और उन्होंने मुझसे कहा कि ‘मुझे बचा लो’ मै यहां फंस गया हूं’, उन्होंने मुझे बुलाया. इतना कहते हुए पति ने कॉल कट कर दी थी. इसके बाद जब उसने दोबारा पति से संम्पर्क करने के लिए कॉल किया तो उनका फोन नहीं लगा. महिला इस दौरान जोर-जोर से रो रही थी. वहीं, एक दूसरी महिला ने भी कहा कि उनके पति ने भी फोन नहीं उठाया. वह यहां पेट्रोल भराने आए थे.