TMC नेता के घर से बेहद महंगा केमिकल ‘कैलिफोरनियम’ बरामद, 1 ग्राम की कीमत 17 करोड़

बताया जा रहा है कि टीएमसी नेता के घर से सिर्फ केमिकल ही नहीं बल्कि DRDO के कुछ जरूरी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. इस बात की जांच की जा रही है कि यह शख्स किसी गैंग से जुड़ा है या नहीं. सवाल यह भी किया जा रहा है कि कहीं तोड़फोड़ की कोई बड़ी योजना तो नहीं थी?

 
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस

पश्चिम बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) के एक नेता के घर से घातक रेडियोधर्मी केमिकल बरामद किया गया है. दार्जिलिंग के नक्सलबाड़ी इलाके में तृणमूल नेता फ्रांसिस एक्का के घर से ‘कैलिफोरनियम’ (Californium) नामक बेहद कीमती रेडियोधर्मी केमिकल बरामद किया गया था. यह केमिकल बहुत महंगी है. इसके एक ग्राम की कीमत करीब 17 करोड़ रुपये है. इस केमिकल का इस्तेमाल परमाणु रिएक्टर जैसे अहम क्षेत्रों में किया जाता.

हालांकि फ्रांसिस एक्का के घर से कीमती केमिकल के बरामद होने के बाद सवाल किया जा रहा है कि आखिर यह तृणमूल नेता के घर कैसे पहुंचा. पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने आज शुक्रवार को संयुक्त अभियान चलाकर केमिकल बरामद किया. फ्रांसिस एक्का को गिरफ्तार कर लिया गया है.

तोड़फोड़ की साजिश की जांच!

मामलों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि उनके घर से सिर्फ केमिकल ही नहीं बल्कि DRDO के कुछ दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. इस बात की जांच की जा रही है कि यह शख्स किसी गैंग से जुड़ा है या नहीं. सवाल यह भी किया जा रहा है कि कहीं तोड़फोड़ की कोई बड़ी योजना तो नहीं थी?

सूत्रों के मुताबिक, फ्रांसिस एक्का नेपाल की यात्रा पर था. हाल ही में उसके व्यवहार में भी बड़ा अंतर देखा जा रहा थाबदलाव आया, और बदलाव को पड़ोसियों ने भी नोटिस किया. लेकिन टीएमसी नेता होने के नाते किसी ने भी कोई सवाल नहीं उठाया. पुलिस ने टीएमसी नेता को गिरफ्तार कर मिरिक थाने में पूछताछ की.

पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने लगाए थे आरोप

इस घटना पर वायुसेना के पूर्व प्रमुख आरके दास ने गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कहा, “कैलिफोरनियम बेहद संवेदनशील और खतरनाक भी है. यह आम आदमी के घर कैसे पहुंचा, यह चिंतनीय सवाल है. इस केमिकल का इस्तेमाल बहुत ही गुप्त तरीके से किया जाता है. इस मामले में कहीं न कहीं बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. यह देश के लिए चिंता का विषय है.”

कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने भी दावा किया था कि उनकी हत्या करने के लिए रूस से केमिकल लाए गए हैं. इस घटना के बाद अर्जुन सिंह ने फिर से अपना मुंह खोला. उन्होंने कहा, “तृणमूल के बेइमान गिरोह से जुड़े होने के सबूत पहले ही मिल चुके हैं. इस बार ये एक बार फिर साबित हो गया है.”