जम्मू-कश्मीर: कल 26 सीटों पर वोटिंग, PDP-BJP की अग्निपरीक्षा तो नेशनल कॉन्फ्रेंस की टिकीं उम्मीदें

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में 25 सितंबर को दूसरे चरण के वोट डाले जाएंगे. दूसरे चरण में 26 सीटों पर मतदान होगा, जिसमें 239 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है. पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना, आप की पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी और खुर्शीद आलम सहित कई हाई प्रोफाइल नेताओं की परीक्षा इसी चरण में होनी है.

 
उमर अब्दुल्ला

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 26 सीटों पर प्रचार का शोर सोमवार शाम थम गया. दूसरे फेज में छह जिलों की 26 सीटों पर बुधवार को मतदान है, जिसके लिए 239 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है. इस चरण की 26 सीटों में से 15 सीटें सेंट्रल कश्मीर और 11 सीटें जम्मू रीजन की हैं. पीडीपी के लिए अपने सियासी वजूद बचाए रखने की अग्निपरीक्षा है तो नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन की सत्ता में वापसी का दारोमदार इसी चरण पर टिका हुआ है. बीजेपी ही नहीं इंजीनियर राशिद और जमात-ए-इस्लामी का भी इम्तिहान होगा?

जम्मू-कश्मीर के दूसरे चरण की 26 सीटों पर 239 उम्मीदवार मैदान में है, जिसमें 233 पुरुष और 6 महिलाएं किस्मत आजमा रही हैं. इस चरण में 25.78 लाख मतदाता वोट डालेंगे. पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना, आप की पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी और खुर्शीद आलम सहित कई हाई प्रोफाइल नेताओं की परीक्षा इसी चरण में होनी है.

दूसरे चरण की होगी वोटिंग

दूसरे फेज की 26 सीटों में से 15 सीटें सेंट्र्ल कश्मीर और 11 सीटें जम्मू रीजन की है. कश्मीर संभाग की कंगन, गांदरबल, हजरतबल, खानयार, हब्बाकदल, लाल चौक, चन्नपोरा, जदीबल, ईदगाह, सेंट्रल शाल्टेंग, बडगाम, बीरवाह, खानसाहब, चरार-ए-शरीफ और चदूरा सीट शामिल है. वहीं, जम्मू संभाग की गुलाबगढ़, रियासी, श्री माता वैष्णो देवी, कालाकोट-सुंदरबनी, नौशेरा, राजौरी, बुद्धल, थन्नामंडी, सूरनकोट, पुंछ-हवेली और मेंढर सीट पर बुधवार को मतदान है.

किसका क्या दांव पर लगा?

जम्मू-कश्मीर की 26 सीटों पर 239 उम्मीदवार मैदान में है. पीडीपी ने सभी 26 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रखे हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस के 20 और कांग्रेस के 6 सीटों पर उम्मीदवार हैं. बीजेपी दूसरे चरण में सिर्फ 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. निर्दलीय ने 98 सीटों पर ताल ठोक रखी है. जम्मू रीजन के रियासी में 20 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, राजोरी जिले में 34 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं और पुंछ जिले में 25 उम्मीदवार हैं. इसके साथ-साथ कश्मीर घाटी के श्रीनगर जिले में सबसे ज्यादा 93 प्रत्याशी, बडगाम जिले में 46 उम्मीदवार और गांदरबल में 21 प्रत्याशी हैं.

कश्मीर रीजन की सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का मजबूत सियासी आधार रहा है जबकि जम्मू क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस का सियासी आधार है. 2014 के विधानसभा चुनाव में दक्षिण कश्मीर की 15 सीटों में से सात सीटें नेशनल कॉन्फ्रेंस, 4 सीटें पीडीपी, दो सीटें कांग्रेस, एक बीजेपी और एक सीट अन्य ने जीती थी. जम्मू क्षेत्र की 11 सीटों में से बीजेपी 8 सीटें जीती, एक कांग्रेस और बाकी सीटें अन्य को मिली थी. इस तरह दूसरे चरण में जीती हुई सीट को बरकरार रखने की चुनौती बीजेपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास होगी.

किस सीट पर किसके बीच मुकाबला?

लोकसभा चुनाव में बारामुला सीट पर निर्दलीय इंजीनियर राशिद से चुनाव हारने वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला की साख दांव पर लगी है. इस बार उमर अब्दुल्ला गांदरबल और बडगाम दोनों सीटों से मैदान में है. इसके बाद भी उनकी राह आसान नहीं है. बडगाम में इस बार उमर का शिया समुदाय से आने वाले पीडीपी कैंडिडेट सैयद मुंतजिर मेहंदी से नजदीकी मुकाबला माना जा रहा है तो साथ ही गांदरबल सीट पर इंजीनियर राशिद की पार्टी के कैंडिडेट से करीबी मुकाबले की उम्मीद है. गांदरबल सीट पर उनके खिलाफ जेल में बंद सरजन अहमद वागे उर्फ आजादी चाचा मैदान में हैं. चैनपोरा सीट पर जेकेएपी के अल्ताफ बुखारी और एनसी के मुश्ताक गुरु के बीच लड़ाई है.

कंगन (एसटी) सीट पर मुख्य मुकाबला एनसी के मियां मेहर अली और पीडीपी के सैयद जमात अली शाह के बीच है. हजरतबल सीट पर एनसी के सलमान सागर और पीडीपी की आसिया नकाश आमने-सामने हैं. खानयार सीट पर एनसी के अली मोहम्मद सागर और पीडीपी के तफजुल मुश्ताक के बीच फाइट है. हब्बा कदल सीट पर एनसी के शमीम फिरदौस का मुकाबला पीडीपी के आरिफ इरशाद लैगरू से है. लाल चौक में एनसी के शेख अहसान अहमद, जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी (जेकेएपी) के मोहम्मद अशरफ मीर और बीजेपी के एजाज हुसैन राथर के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है.

जदीबल सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला

जदीबल सीट पर एनसी के तनवीर सादिक का मुकाबला जेकेपीसी के आबिद हुसैन अंसारी से है. ईदगाह सीट पर एनसी के मुबारक गुल का मुकाबला पीडीपी के खुर्शीद आलम और निर्दलीय उम्मीदवार फहीम रेशी के बीच त्रिकोणीय माना जा रहा है. सेंट्रल शाल्टेंग सीट पर कांग्रेस के तारिक हमीद कर्रा का मुकाबला निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद इरफान शाह से माना जा रहा है. बीरवाह सीट पर एनसी के फारूक अहमद गनई और निर्दलीय उम्मीदवार सरजन अहमद वागे के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है.

किस सीट पर कौन आमने -सामने?

खानसाहिब में एनसी के सैफुद्दीन भट और जेके पीडीएफ के हकीम मोहम्मद यासीन के बीच मुख्य मुकाबला है. चरार-ए-शरीफ में एनसी के अब्दुल रहीम राथर का मुकाबला पीडीपी के गुलाम नबी लोन से है. चदूरा में एनसी के अली मोहम्मद डार का मुकाबला पीडीपी के मोहम्मद यासीन भट से है. गुलाबगढ़ (एसटी) सीट पर एनसी के खुर्शीद अहमद का मुकाबला पीडीपी के मोहम्मद फारूक से है. रियासी सीट पर कांग्रेस के मुमताज अहमद और बीजेपी के कुलदीप राज दुबे के बीच सीधा मुकाबला है. श्री माता वैष्णो देवी विधानसभा सीट पर बीजेपी के बलदेव राज शर्मा और कांग्रेस के भूपिंदर सिंह के बीच सीधी लड़ाई है. कालाकोट-सुंदरबनी में एनसी के यशु वर्धन सिंह का मुकाबला बीजेपी के रणधीर सिंह से है.

रविंदर रैना को सुरिंदर कुमार देंगे टक्कर

नौशेरा सीट पर बीजेपी के रविंदर रैना का मुकाबला एनसी के सुरिंदर कुमार चौधरी से है. राजौरी (एसटी) सीट पर बीजेपी के विबोद कुमार का मुकाबला कांग्रेस के इफ्तकार अहमद से है. बुधल (एसटी) पर बीजेपी के चौधरी जुल्फकार अली और एनसी के जावेद इकबाल के बीच मुकाबला है. थानामंडी (एसटी) पर कांग्रेस के मोहम्मद शब्बीर खान का मुकाबला पीडीपी के कमर हुसैन से है. सुरनकोट (एसटी) पर मुकाबला कांग्रेस के मोहम्मद शाहनवाज और बीजेपी के मुश्ताक अहमद शाह बुखारी के बीच माना जा रहा है. पुंछ हवेली सीट पर एनसी के एजाज अहमद जान और पीडीपी के शमीम अहमद के बीच लड़ाई है. मेंढर सीट पर एनसी के जावेद अहमद राणा का मुकाबला पीडीपी के नदीम अहमद खान से है.

पीडीपी, एनसी, कांग्रेस और बीजेपी

जम्मू-कश्मीर में दस साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव में काफी कुछ बदला हुआ है. जम्मू रीजन की जिन 11 सीटों पर चुनाव है, उन पर डिमोग्राफी बदली हुई है. जम्मू के इलाके वाली सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है तो घाटी की सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और पीडीपी जैसे दलों के बीच मुख्य फाइट है, लेकिन इंजीनियर राशिद और अल्ताफ बुखारी की पार्टियां भी अहम रोल में है. मुस्लिम आबादी ज्यादा होने के चलते बीजेपी के लिए टेंशन बनी हुई है तो पीडीपी के लिए भी अपनी साख को बचाए रखने की चुनौती है.

नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन का पलड़ा दूसरे चरण में भारी रह सकता है. खासकर कश्मीर के रीजन वाली सीटों पर उमर अब्दुल्ला को बढ़त हासिल करने के साथ-साथ अपनी जीत भी पक्की करनी होगी. बीजेपी को जम्मू रीजन में अपनी जीती हुई सीटों को बचाए रखने की चुनौती है, क्योंकि कश्मीर रीजन में पार्टी को सीट मिलना मुश्किल है. जम्मू की नौशेरा सीट पर बीजेपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवारों के बीच करीबी मुकाबला माना जा रहा है.

छोटे दल बिगाड़ सकते हैं खेल

दूसरे चरण में इंजीनियर राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी और अल्ताफ बुखारी की अपनी पार्टी की भी अग्निपरीक्षा है. इन तीनों पार्टियों के कई नेता कश्मीर की कई सीटों पर पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसे दलों का खेल बिगाड़ सकते हैं. अल्ताफ बुखारी भी अपनी सीट पर कड़ी टक्कर दे रहे हैं. इनके अलावा एक से दो निर्दलीय कैंडिडेट भी मजबूती से चुनाव लड़ते नजर आ रहे हैं. ऐसे में देखना है कि दूसरे चरण में किसका पलड़ा भारी रहता है और छोटे दल क्या बड़ा धमाल कर पाएंगे?