रांची के साहिबगंज में बदमाशों ने उड़ाया रेलवे ट्रैक, बड़ी साजिश रचने की कोशिश
झारखंड की राजधानी रांची से एक बड़ी और हैरान करने वाली कहानी सामने आई है. यहां साहिबगंज में बदमाशों ने विस्फोटक लगाकर रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया है. यह घटना लालमटिया से फरक्का जाने वाली एमजीआर रेलवे लाइन पर हुई है. हादसे के बाद से इस रेल मार्ग पर रेल सेवा बाधित हो गई है.
झारखंड की राजधानी रांची से एक बड़ी और हैरान करने वाली कहानी सामने आई है. यहां साहिबगंज में बदमाशों ने विस्फोटक लगाकर रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया है. यह घटना लालमटिया से फरक्का जाने वाली एमजीआर रेलवे लाइन पर हुई है. हादसे के बाद से इस रेल मार्ग पर रेल सेवा बाधित हो गई है. हादसे में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है, हालांकि आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
घटना, झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहेट थाना क्षेत्र के रांगा घुट्टू गांव के पास ललमटिया से फरक्का जाने वाली एमजीआर रेल लाइन के पास का है जहां पर बदमाशों ने विस्फोटक लगाकर विस्फोट कर दिया. इसमें ट्रैक का 470 सेंटीमीटर टुकड़ा क्षतिग्रस्त हो गया है. ब्लास्ट इतना जोरदार था कि रेलवे ट्रैक का हिस्सा 39 मीटर दूरी पर जाकर गिरा.
ट्रैक में 770 सेंटीमीटर का गैप
जानकारी के मुताबिक, ब्लास्ट के बाद ट्रैक में 770 सेंटीमीटर का गैप आ गया है. वहीं तीन फीट गहरा गड्ढा हो गया है. ब्लास्ट पिलर संख्या 40/1 के पास हुआ है. ट्रैक का टुकड़ा पिलर संख्या 39/15 पर मिला है. अब तक की गई जांच में ये बात सामने नहीं आ पाई है कि आखिर ये विस्फोट क्यों किया गया. हादसे के बाद झारखंड पुलिस, आरपीएफ और रेलवे के सीनियर अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं. पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है. अब तक ये बात भी सामने नहीं आ पाई है कि इस हादसे के पीछे नक्सली हैं या किसी ने जानबूझकर रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाया है.
रात 10 बजे तक ठीक थी लाइन
रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, घटना लगभग रात के 12 बजे की बताई जा रही है. घटना के बाद कोयला लोड गाड़ी पोल संख्या 42 / 2 के पास खड़ी है. एसपी अमित कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं घटना के संबंध में रेलवे नाइट गार्ड जीतेंद्र कुमार शाह ने बताया कि उनकी ड्यूटी इसी लाइन में शाम चार बजे से रात 12 बजे तक रहती है. घटना के वक्त वह ड्यूटी पर ही था. कई बार की जांच के दौरान उन्होंने रात 10 बजे तक लाइन में किसी तरह की कोई हलचल नहीं देखी थी. रात 12 बजे के करीब धमाके जैसी आवाज आई जिससे हड़कंप मच गया.