बाज नहीं रहा पाकिस्तान, लगातार 7वें दिन LoC पर फायरिंग, सेना ने इस अंदाज में दिया जवाब

पिछले महीने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से बढ़ते तनाव को और बढ़ाते हुए पाकिस्तानी सेना ने कल रात फिर इंटरनेशनल बॉर्डर पर भी बिना उकसावे के गोलीबारी की. हालांकि भारत की ओर से इसका कड़ा जवाब दिया गया. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान को इस फायरिंग में भारी नुकसान उठाना पड़ा है.

 
पहलगाम

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहद खराब हो गए हैं. दोनों देशों के बीच बने तनातनी के बीच पाकिस्तान सीमापार से सीजफायर का लगातार उल्लंघन कर रहा है. उसकी ओर से पिछले 7 दिनों से लगातार फायरिंग की जा रही है, हालांकि मुस्तैद भारतीय सेना की ओर से माकूल जवाब भी दिया जा रहा है. सीमापार से आज गुरुवार को LoC पर 3 ओर से फायरिंग की गई.

पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की ओर से जम्मू के अखनूर सेक्टर, के साथ-साथ कश्मीर के कुपवाड़ा और उरी में फायरिंग की गई है. भारत की ओर से इसका कड़ा जवाब दिया गया. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान को इस फायरिंग की वजह से भारी नुकसान उठाना पड़ा है.

बिना उकसावे के ही फायरिंग

पिछले 7 दिनों से कश्मीर घाटी के कुपवाड़ा, बारामूला और जम्मू के अखनूर सेक्टर में लगातार नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया जा रहा है, जिसका सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है. पाकिस्तानी सेना ने इन तीनों क्षेत्रों से एलओसी के पार बिना उकसावे के छोटे हथियारों से फायरिंग की और लगातार सातवीं रात सीजफायर का उल्लंघन किया.

पिछले महीने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से बढ़ते तनाव को और बढ़ाते हुए पाकिस्तानी सेना ने कल बुधवार-गुरुवार दरमियानी रात को इंटरनेशनल बॉर्डर पर भी बिना उकसावे के गोलीबारी की.

पाक को गोलीबारी नहीं करने की चेतावनी

डीजीएमओ की बातचीत से परिचित लोगों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि द डायरेक्टर्स जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMOs) ने मंगलवार को सीमापार से हो रहे सीजफायर के उल्लंघन के बारे में बातचीत की और बाद में पाकिस्तानी सेना को बिना उकसावे के गोलीबारी नहीं करने की चेतावनी भी दी.

पाक की ओर से हो रही फायरिंग ने साल 2003 के संघर्ष विराम समझौते को खतरे में डाल दिया है, जिसके लिए दोनों पक्षों ने 740 किलोमीटर लंबे बॉर्डर पर तनाव बढ़ने के बाद फरवरी 2021 में लागू की गई थी.

फायरिंग की यह घटना तब हुई है जब अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की ओर से भारत और पाकिस्तान को तनाव कम करने का सुझाव दिया जा रहा है. साथ ही विदेश मंत्री एस जयशंकर को आतंकवाद के खिलाफ नई दिल्ली की जंग में वाशिंगटन के समर्थन का आश्वासन भी दिया.

इससे पहले पहलगाम हमले के एक दिन बाद भारत ने 23 अप्रैल को पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए, जिसमें 1960 की सिंधु जल समझौते को सस्पेंड करना भी शामिल है. इन फैसलों के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पार ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. हालांकि भारतीय सेना ने इस पर जोरदार अंदाज में जवाब दिया.