उत्तराखंड में तबाही की बारिश! फटे बादल, गिरे पहाड़ और बह गईं सड़कें… नदियां भी उफान पर; 10 की मौत

उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है. कई जगह भूस्खलन हुआ है. सड़क और पुल बहने से लोग फंसे हुए हैं. नदियों का जलस्तर भी बढ़ने लगा है. पुलिस ने लोगों को अलर्ट जारी किया है. हरिद्वार में मकान गिरने से दो बच्चों समते तीन की मौत हुई है. बारिश के कारण राज्य में 10 लोगों की मौत की खबर है.

 
केदारनाथ यात्रा मार्ग

उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही मच गई. केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बादल फट गया जिससे पैदल मार्ग का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया. मूसलाधार बारिश से गौरीकुंड में भी मंदाकिनी नदी का जल स्तर बढ़ गया. केदारनाथ यात्रा पर गए 250 श्रद्धालु भीमबली में फंसे हुए हैं. इन्हें सुरक्षित निकालने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और वाईएमएफ की टीमें रवाना की गई हैं. राज्य के कई इलाकों में भूस्खलन, सड़क-पुल बहने, नदी-नाले उफान पर होने की खबरें हैं.

भारी बारिश से अलग-अलग स्थानों पर 10 लोगों की जान चली गई है. सुरक्षा को लेकर पुलिस ने अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा. राजधानी देहरादून में बारिश के पूर्वानुमान के चलते गुरुवार को शहर के स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों की छुट्टी की गई है. भारी बारिश के चलते चकराता रोड स्थित बिंदाल नदी का जल स्तर बढ़ गया है. हरिद्वार के एक गांव में बारिश से मकान की छत ढहने से दो बच्चों समेत तीन की मौत हो गई. हादसे में 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं.

बादल फटने से 250 श्रद्धालु फंसे

भारी बारिश ने राज्य में तबाही मचा दी है. रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ पैदल मार्ग में भीमबली के पास बादल फटने से 250 श्रद्धालु फंस गए. भारी बारिश के चलते केदारनाथ पैदल मार्ग में भीमबली-जंगलचट्टी के बीच बादल फट गया, जिससे पैदल मार्ग का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया. हालांकि रात में बिजली गुल होने से अंधेरा होने की वजह और कनैक्टिविटी न होने से प्रशासन को स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई. किसी तरह की जनहानि की भी कोई सूचना नहीं है. पुलिस और प्रशासन ने भीमबली में केदारनाथ यात्रा पर जाने वाले 250 यात्रियों को रोका है.

नदियां उफान पर, भूस्खलन

भारी बारिश से गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी का जल स्तर बढ़ गया जिस कारण वहां से लोग घबराकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए. पुलिस ने एहतियात के तौर पर गौरीकुंड और सोनप्रयाग पार्किंग को खाली कराया गया है. पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग में भारी बारिश हो रही है. भीमबली-जंगलचट्टी के बीच भूस्खलन की सूचना मिली है. बिजली और कनेक्टिविटी न होने से पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है. 250 यात्रियों को भीमबली में रोका गया है. जबकि पूरे यात्रा मार्ग पर पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है. सोनप्रयाग से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और वाईएमएफ की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है.

पहाड़ी दरकी, केदारनाथ यात्रा स्थगित

भारी बारिश से रुद्रप्रयाग में बड़ी तबाही हुई है. सुरक्षा को लेकर पुलिस ने अलर्ट जारी किया है. पुलिस के मुताबिक, सोनप्रयाग मुख्य बाजार से तकरीबन 01 किमी आगे सड़क का काफी हिस्सा नदी के कटाव एवं पहाड़ी दरकने से वाश आउट हो गया है. यहां पर फिलहाल किसी भी प्रकार की पैदल आवाजाही भी सम्भव नहीं है. गौरीकुण्ड के आस-पास, जंगल चट्टी व भीमबली के बीच के कई स्थानों पर, भीमबली पुलिस चौकी से आगे, एवं लिंचोली क्षेत्र में पैदल मार्ग ध्वस्त हुए हैं. फिलहाल नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है. पुलिस ने रुद्रप्रयाग जिले तक पहुंचे सभी यात्रियों को जहां पर हैं, वहीं सुरक्षित रहने को कहा है. सोनप्रयाग से आगे मोटर मार्ग व पैदल मार्ग की स्थिति खराब होने की वजह से पुलिस ने केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित करने की अपील की है.

हरिद्वार में मकान की छत गिरने से तीन की मौत

हरिद्वार जिले में शाम से हो रही लगातार बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जिले के थाना बहादराबाद क्षेत्र में भोरी डेरा में एक मकान की छत गिरने से दो बच्चों समेत तीन की मौत हो गई. हादसे में आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है. जानकारी पर जिला अधिकारी और एसएसपी मौके पर पहुंचे. उन्होंने पूरे मामले में शासनादेश के अनुसार मृतकों और घायलों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है.