राजस्थान: 20 साल पहले एक्सीडेंट में हुई थी मौत, आत्मा के लिए अस्पताल पहुंचे घरवाले
राजस्थान के बहरोड़ जिले में हॉस्पिटल के बाहर करीब डेढ़ घंटे तक अंधविश्वास में तंत्र-मंत्र चलता रहा. हद तो तब हो गई जब लोग इस दौरान सिर्फ तमाशबीन बने रहे और किसी ने भी न तो हॉस्पिटल प्रबंधन को और न ही पुलिस को इसकी सूचना दी.
राजस्थान के बहरोड़ जिला हॉस्पिटल के ओपीडी के बाहर एक तरह का माहौल दिखाई दिया. यहां मेन गेट पर एक तांत्रिक घंटों बैठकर तंत्र विद्या करता रहा. हद तो तब हो गई जब किसी ने तांत्रिक को ऐसा करने से रोका भी नहीं. तंत्र विद्या करने का शख्स का यह वीडियो क्षेत्र में वायरल हो रहा है. स्थानीय लोगों ने मुताबिक हॉस्पिटल के बाहर दो गाड़ियों में बैठकर करीब 24-25 लोग आए थे जो इस प्रक्रिया में शामिल रहे.
जानकारी के मुताबिक भीलवाड़ा जिले के एक गांव के रहने वाले शख्स की बहरोड़ में एक एक्सीडेंट में करीब 20 साल पहले मौत हो गई थी. मृतक शख्स के परिजनों को तांत्रिकों ने बताया कि मृतक की आत्मा अभी भी भटक रही है. अगर उसकी आत्मा की मुक्ति नहीं कराएंगे तो उन्हें भी उस शख्स की आत्मा से छुटकारा नहीं मिलेगा. सब फिर क्या था अंधविश्वासी परिवार बहरोड़ के जिला हॉस्पिटल पहुंचे और वहां पर पहले ओपीडी के बंद होने का इंतजार किया.
ओपीडी बंद होने का किया इंतजार
जब ओपीडी बंद हुई तो करीब दो बजे से साढ़े तीन बजे तक पूजा-पाठ और तंत्र क्रिया हॉस्पिटल के गेट पर चलती रही. आत्मा की शांति की यह प्रक्रिया दर्जनों लोगों के सामने की जा रही थी. इस दौरान हॉस्पिटल का स्टाफ भी वहां पर मौजूद था. डेढ़ घंटे तक चल अंधविश्वास पर किसी ने भी आपत्ति दर्ज नहीं कराई बल्कि तमाशबीन बनकर वहीं पर खड़े रहे. इस घटना की शिकायत पुलिस से भी नहीं की गई.
पहले भी हो चुके हैं ऐसे तंत्र-मंत्र
जानकारी के मुताबिक यह मामला बीते शनिवार का है, जहां हॉस्पिटल परिसर में तांत्रिक क्रिया करते नजर आए. बता दें कि इससे पहले भी इस हॉस्पिटल में इस तरह की अंधविश्वासी हरकतें हो चुकी हैं. तांत्रिकों को हर बार यही दावा रहता है कि मृतक की आत्मा भटक रही है और आत्मा को शांति दिलाने और परिजनों को उसके प्रकोप से छुटकारा दिलाने के लिए यह आडंबर किया जाता है.
इस घटना के सामने आने के बाद जिला हॉस्पिटल इंचार्ज सतबीर यादव ने बताया कि शनिवार को वह छुट्टी पर थे, उस वक्त हॉस्पिटल में यह क्रिया हुई है. फिलहाल उनकों तांत्रिक क्रिया की जानकारी नहीं थी. हॉस्पिटल में उस वक्त जो स्टाफ ड्यूटी पर तैनात था उसने भी उन्हें जानकारी नहीं दी. ऐसी किसी भी घटना के बारे में स्टाफ ने सूचना नहीं दी इस पर वह संबंधित स्टाफ पर कार्रवाई करेंगे.