उज्जैन: डिविजनल कमिश्नर ने चप्पल पहनकर किया जलाभिषेक, वीडियो वायरल हुआ तो मांगी माफी

उज्जैन के डिविजनल कमिश्नर के चप्पल पहने हुए पूजा का वीडियो वायरल हो गया. इस वीडियो में अधिकारी भगवान शिव को जलाभिषेक करते नजर आ रहे हैं. हालांकि, मामला बढ़ता देख कमिश्नर ने माफी मांग ली है.

 
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उज्जैन के डिविजनल कमिश्नर का सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियों में उज्जैन के कमिश्नर संजय गुप्ता चप्पल पहनकर शिवलिंग पर जल अभिषेक करते नजर आ रहे हैं. उनके इस वीडियो के सामने आने के बाद हंगामा शुरू हो गया. इस वीडियो की वजह से वो हिंदू संगठनों के निशाने पर आ गए हैं. सोशल मीडिया पर भी उनका काफी विरोध हो रहा है. हंगामा बढ़ता देख अधिकारी ने आनन-फानन में माफी मांगी.

इन दिनों उज्जैन में नगर निगम द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है. इसी अभियान के तहत मां शिप्रा के तट रामघाट पर साफ-सफाई अभियान चलाया जा रहा था. इस अभियान में संभाग आयुक्त संजय गुप्ता, कलेक्टर नीरज सिंह, निगम सभापति कलावती यादव, महापौर मुकेश टटवाल, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा के साथ ही बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी, नेता और शहर के लोग मौजूद थे.

मंदिर में पहुंचे उज्जैन डिविजनल कमिश्नर

कमिश्नर घाट की सफाई कर लौट रहे थे, तभी तीर्थ पुरोहितों के कहने पर अधिकारियों और नेताओं ने शिप्रा के तट पर स्थित एक शिव मंदिर में पूजा की. इस दौरान उन्होंने भगवान शिव को जल भी चढ़ाया. हालांकि, इस दौरान कमिश्नर संजय गुप्ता चप्पल उतारना भूल गए और चप्पल के साथ ही उन्होंने जल अभिषेक कर डाला. इसके बाद उनके जलाभिषेक का वीडियो वायरल हो गया. वीडियो में उनके साथ मौजूद अन्य लोगों में किसी ने भी जूते-चप्पल नहीं पहने थे.

क्या बोले बीजेपी पार्षद?

भारतीय जनता पार्टी के पार्षद शिवेंद्र तिवारी ने वायरल फोटो और वीडियो पर आपत्ति जताते हुए कहा कि भगवान शिव हमारे इष्ट देव हैं. उनकी पूजा और अर्चना के दौरान सभी को नियमों का पालन करना चाहिए, लेकिन संभाग कमिश्नर द्वारा चप्पल पहनकर भगवान को जल अर्पित करना हिंदू धर्म और हमारी संस्कृति के खिलाफ है. इससे कहीं ना कहीं हमारी आस्था को ठेस पहुंची है.

कमिश्नर संजय गुप्ता ने माफी मांगते हुए मामले पर दी सफाई.

वीडियो वायरल होने के बाद संजय गुप्ता ने तत्काल सभी लोगों से माफी मांगी और उन्होंने कहा कि ‘मैं भी बाबा महाकाल का भक्त हूं मेरी ऐसी मंशा नहीं थी जिससे कि किसी भी व्यक्ति की आस्था को ठेस पहुंचे हम घाट की सफाई कर ऊपर की और बड़े ही रहे थे कि तभी तीर्थ पुरोहितों के कहने पर हम पूजा करने चले गए इस समय मुझे यह याद नहीं रहा कि मेने चप्पल पहन रखी है. जिसके कारण यह भूल हो गई। मेरे इस कृत्य से यदि किसी की भावनाएं आहत हुई है तो मे ह्रदय से माफी मांगता हूं’