बीजेपी के लिए हम दूसरे राज्यों में नहीं लडे़… ऐसा क्यों बोले आदित्य ठाकरे?
शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी ने भाजपा के वोटों में सेंध न लगाने के लिए अन्य राज्यों में चुनाव नहीं लड़ा. उन्होंने महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने का दावा किया. उनका कहना है कि लोग बीजेपी की लूट और राजनीति से तंग आ चुके हैं.
महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार में जोर शोर से लगी हुई हैं. शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने बीजेपी से अलग होने से पहले का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने महाराष्ट्र के बाहर अन्य राज्यों तक अपना प्रसार इसलिए नहीं किया क्योंकि वह अपनी पूर्व सहयोगी बीजेपी के वोटों में सेंध नहीं लगाना चाहती थी.
एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए ठाकरे ने कहा कि बीजेपी की वजह से हम दूसरे राज्यों में चुनाव नहीं लड़े, हमने खुद को पीछे ही रखा. हम इसलिए नहीं लड़े क्योंकि अपने सहयोगी दल के वोटों में सेंध नहीं लगाना चाहते थे. उन्होंने कहा कि शिवसेना का यही सिद्धांत रहा, जो उनके दादा बाला साहेब ठाकरे के समय से चला आ रहा है. ज्ञात हो कि अतीत में अविभाजित शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन के बावजूद गोवा जैसे पड़ोसी राज्यों में चुनाव लड़ा था.
‘सहयोगी अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो मुझे खुशी होगी’
कुछ महीने पहले हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) का प्रदर्शन उनकी पार्टी से बेहतर होने के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा कि अगर मेरे सहयोगी अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो मुझे खुशी होगी. मेरे दादाजी इसी सिद्धांत का पालन करते थे और मेरे पिता जी भी इसी सिद्धांत का पालन करते है. उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो हमें खुशी होगी क्योंकि हम सहयोगी हैं.
आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि महाविकास अघाड़ी की सरकार बनना तय है. लोग बीजेपी की लूट और राजनीति से तंग आ चुके हैं इसलिए बदलाव होना तय है. बीजेपी खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बताती है. उनके पास ईडी, आईटी, सीबीआई और यहां तक कि चुनाव आयोग की मदद भी थी, इसके बावजूद वह आम चुनाव में केवल 9 सीटें ही जीत सकी.