हमने कभी PAK का एजेंडा नहीं चलाया… फारूक अब्दुल्ला ने तिरुपति प्रसादम विवाद पर भी दिया बयान
जेकेएनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने अपने उपर लगे पाकिस्तान के एजेंट होने के आरोप को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि 'हमने कभी पाकिस्तान का एजेंडा नहीं चलाया. जो लोग आरोप लगा रहे हैं, वही पाकिस्तान का एजेंडा चला रहे हैं. वहीं, उन्होंने तिरुपति प्रसादम विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
जम्मू कश्मीर में पूरे एक दशक बाद हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है. विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान हो चुका है. इस बीच चुनाव में पाकिस्तान की भी एंट्री हो चुकी है. बीजेपी इसको लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर हमलावर है. वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जो ऐसा आरोप लगा रहे हैं वही पाकिस्तान का एजेंडा चला रहे हैं.
फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में संवाददाताओं से बातचीत में इस तरह के आरोप को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि ‘हमने कभी पाकिस्तान का एजेंडा नहीं चलाया. ये अफसोस तो इस बात का है. जो लोग हमारे खिलाफ आरोप लगा रहे हैं, वही पाकिस्तान का एजेंडा चला रहे हैं. जेकेएनसी प्रमुख ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि क्या उन लोगों ने उसको नहीं छोड़ा जो पाकिस्तान-पाकिस्तान करते थे.
तिरुपति प्रसादम विवाद पर क्या बोले फारूक?
जेकेएनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आखिरकार हम उस समस्या से बाहर निकल आए जिसमें हम इतने सालों से फंसे हुए थे. अल्लाह उन्हें इस चुनाव में आशीर्वाद दे. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या उन लोगों ने उसको नहीं छोड़ा जो पाकिस्तान-पाकिस्तान करते थे. जो पाकिस्तान से पैसा लाते थे उनको नहीं छोड़ा.
उन्होंने आरोप लगाया कि क्या वे पाकिस्तान के लिए खड़े लोगों के साथ नहीं हैं? हमें एक भी दिखाइए जो पाकिस्तान के साथ खड़ा था और हमारे साथ है. वहीं, इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने तिरुपति प्रसादम विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि, ‘मैं तिरुपति के बारे में कुछ नहीं कह सकता. उनके धर्म के लोगों को इसकी तहकीकात करनी चाहिए. अगर ऐसा कुछ है, तो इसकी जांच होनी चाहिए और कार्रवाई होनी चाहिए.’
क्या है तिरुपति प्रसादम विवाद?
देश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के प्रसादम को लेकर विवाद बढ़ गया है. दावा किया जा रहा है कि मंदिर के प्रसाद के तौर पर बनाए गए लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल का इस्तेमाल किया गया है. वहीं, आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी पार्टियां इसके लिए पिछली सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही हैं. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पुष्टि की है कि तिरुमाला के लड्डू के घी में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया है.
उन्होंने कहा कि कोई सोच भी नहीं सकता कि तिरुपति के प्रसादम का इस तरह से अपमान किया जाएगा. सीएम ने कहा कि पिछले पांच सालों में वाईएसआर सरकार ने तिरुमाला की पवित्रता का अपमान किया है. भगवान वेंकटेश्वर की पवित्रता की रक्षा करना हम सभी की जिम्मेदारी है. वहीं, कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने इसकी सीबीआई जांच की मांग की है.