कटरा टू श्रीनगर: 270 KM का सफर, 160 KMPH की रफ्तार और सिक्योरिटी में 5000 जवान… कितना बचेगा समय?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 जून को कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली बहुप्रतीक्षित ट्रेन सेवा का उद्घाटन करेंगे. शुरुआती तौर पर इस रूट पर एक ही ट्रेन का संचालन होगा, जिससे लाखों लोगों को फायदा मिलने की उम्मीद है.

 
जम्मू कश्मीर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 जून यानी कल कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली ट्रेन सेवा का उद्घाटन करेंगे. शुरुआती तौर पर इस रूट पर एक ही ट्रेन चलेगी. हालांकि, नई दिल्ली से सीधे श्रीनगर के लिए सीधी ट्रेन सेवा सितंबर में शुरू होने की उम्मीद है. इसके शुरू होने से लाखों लोगों को फायदा मिलेगा. पिछले काफी समय से लोग इस ट्रेन के शुरू होने का इंतजार कर रहे थे, जो कि 6 जून को खत्म हो जाएगा.

नॉर्दर्न रेलवे, श्रीनगर के मुख्य क्षेत्र प्रबंधक साकिब यूसुफ ने बताया कि यात्री नई दिल्ली से कटरा समय पर पहुंचकर एक ही स्टॉप में श्रीनगर तक जा सकते हैं. दिल्ली और कटरा के बीच वर्तमान में 6 ट्रेनें चल रही हैं. अगर कोई यात्री दिल्ली से श्रीनगर तक जाना चाहता है, तो उसे पहले कटरा पहुंचना होगा. इसके बाद ही वह कटरा से श्रीनगर तक पहुंच पाएगा. नई दिल्ली से कटरा पहुंचने के लिए यात्री को रात 10 बजकर 10 मिनट पर गलता एक्सप्रेस पकड़नी होगी, जो अगले सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर कटरा पहुंचेगी.

530 यात्री कर सकेंगे सफर

कटरा पहुंचने के बाद यात्री को सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर वंदे भारत एक्सप्रेस मिलेगी, जो सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर श्रीनगर पहुंचा देगी. एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने बताया कि कटरा से श्रीनगर तक जाने वाली ट्रेन के रूट में कुल 17 स्टेशन है, सभी स्टेशनों पर जांच करना मुश्किल होगा. इसलिए कटरा में ही हर एक यात्रियों के आईडी कार्ड जांच और उनके सामान की जांच की जाएगी. इसी के बाद उन्हें 8 कोच वाली ट्रेन में बैठने का मौका मिलेगी. इस ट्रेन में 530 यात्री सफर कर सकेंगे.

3 घंटे 30 मिनट की होगी यात्री

कटरा से श्रीनगर की दूरी 270 किलोमीटर है. इस सफर को पूरा करने में सड़क मार्ग से 5 से 6 घंटे का समय लगता है. लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को इस सफर को पूरा करने में महज 3 घंटे 20 मिनट का समय लगेगा. वैसे तो ट्रेन की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, लेकिन चिनाब ब्रिज पर ये स्पीड 85 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी. सुरक्षा कारणों से इस रूट पर ट्रेनें केवल दिन के समय ही चलेंगी. समारोह के लिए इस रूट पर 5 हजार जवान तैनात किए गए हैं. शाम को घाटी में राजमार्गों और संवेदनशील जगहों से सुरक्षा हटा ली जाती है, इसलिए रात में ट्रेन परिचालन नहीं होगा.