इस राज्य में मेट्रो हो गई फ्री, महिला हो या पुरुष… दो दिन तक नहीं लगेगा किसी का किराया

31 मई से शुरू हुई इंदौर मेट्रो में पहले हफ्ते यात्रियों को फ्री सफर की सुविधा दी गई है. अब तक 1 लाख से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा चुके हैं. रविवार से यात्रियों को न्यूनतम 5 रुपये किराया देना होगा, जो 75 प्रतिशत की रियायत के साथ तय किया गया है.

 
मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के इंदौर में 31 मई से मेट्रो की शुरुआत हो गई. मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने एक हफ्ते के लिए मेट्रो यात्रा फ्री कर रखी है. 5 दिनों में अब तक 1 लाख से ज्यादा यात्री मेट्रो में सफर कर चुके हैं. अब केवल दो दिन ही बाकी है. रविवार से इंदौर मेट्रो में किराया लगाना शुरू हो जाएगा. लोकार्पण के बाद से ही मेट्रो में सफर करने के लिए लोगों में भारी उत्सुकता देखी जा रही है. रोजाना मेट्रो में यात्रियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है.

इंदौर मेट्रो फ्री सफर के लिए अब केवल दो दिन ही बाकी रह गए हैं. रविवार से मेट्रो में सफर के लिए यात्रियों को किराया देना होगा. फ्री मेट्रो को चलते हुए अब तक 5 दिन हो गए हैं. इस दौरान एक लाख से ज्यादा यात्री फ्री में सफर कर चुके हैं. गुरुवार को 21 हजार 179 यात्रियों ने फ्री में सफर का लुत्फ उठाया था. मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने शुरुआत में प्रतिदिन 50 फेरे लगाने का टारगेट रखा था, जिसे पब्लिक की बढ़ती डिमांड के बाद 100 फेरे कर दिए गए हैं.

5 रुपये होगा न्यूनतम किराया

रविवार से यात्रियों को न्यूनतम 5 रुपये किराया देना होगा, जो कि 75 प्रतिशत की रियायत के साथ तय किया गया है. यह किराया आगामी सप्ताह तक प्रभावी रहेगा. सुपर कॉरिडोर पर 5.9 किमी लंबे हिस्से में मेट्रो संचालन शुरू होने के बाद अब एयरपोर्ट क्षेत्र में ट्रैक निर्माण को लेकर गतिविधियां भी तेज हो गई हैं. एयरपोर्ट अथॉरिटी से सीमित शर्तों के साथ मेट्रो कंपनी को ड्रोन सर्वे की अनुमति मिल गई है.

एयरपोर्ट के पास अंडरग्राउंड होगी मेट्रो

इसी के साथ गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर होते हुए बापट, विजय नगर, रेडिसन और रोबोट चौराहा तक 17.5 किमी लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर पर कार्य जारी है. आगे गांधी नगर से एयरपोर्ट तक मेट्रो लाइन अंडरग्राउंड होगी.पहले चरण में कुल 31.32 किमी लंबा कॉरिडोर बनाया जाना है. एयरपोर्ट के सामने मेट्रो कंपनी अंडरग्राउंड स्टेशन का निर्माण कर रही है, जिसके लिए जमीन उपलब्ध कराने पर सहमति बन चुकी है. यहां मिट्टी की जांच सहित प्रारंभिक कार्य शुरू कर दिए गए हैं.

योजना के अनुसार, सुपर कॉरिडोर से एयरपोर्ट तक मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण होगा, जिसमें कुछ हिस्सा एलिवेटेड और कुछ हिस्सा अंडरग्राउंड होगा. प्रस्तावित स्टेशन की बाहरी संरचना को बेहतर ढंग से समझने के लिए ड्रोन सर्वे जरूरी है.