BJP की वजह से हारा मेरा बेटा… NDA सहयोगी संजय निषाद का बड़ा आरोप

उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार हुई है. पहले के दो चुनाव में लगभग क्लीन स्वीप कर देने वाली पार्टी इस बार दूसरे नंबर की पार्टी बन गई है. भाजपा से कम से कम 4 सीटें अधिक सपा की आई है. कांग्रेस का भी प्रदर्शन सुधरा है. भाजपा अपनी हार पर मंथन करे उससे पहले उसके सहयोगी दलों से कुछ आवाजें आई हैं. संजय निषाद ने टीवी 9 पर बड़ा दावा किया है.

 
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उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद ने टीवी 9 पर बड़ा दावा किया है.अपने बेटे प्रवीण निषाद की हार पर संजय निषाद ने कहा है कि बीजेपी के लोगो ने साथ नहीं दिया… हम अपने बूथ जीत गये लेकिन बाक़ी जिम्मेदारी तो बीजेपी के कार्यकताओं की थी जिन्होंने ठीक काम नहीं किया.

निषाद ने कहा कि “मेरे बेटे को टिकट मोदी जी ने दिया लेकिन यूपी में लोगो को ये पसंद नहीं आया वो अपना टिकट चाहते थे. बीजेपी के नेताओ की आंतरिक राजनीति की वजह से यूपी में नतीजे अच्छे नहीं आये. साथ ही अति उत्साहित होने के कारण भी नतीजे ख़राब हुए.” निषाद के मुताबिक “हम लोग अपनी बात जनता को समझा नहीं पाये और विपक्ष ने जो नैरेटिव सेट किया, उसका नुक़सान हमें हुआ.”

संजय निषाद के बेटे की संत कबीरनगर में हुई हार

संजय निषाद के बेटे प्रवीन कुमार निषाद ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर उत्तर प्रदेश की संत कबीरनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था. प्रवीन को इस चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा. उन्हें कुल मिलाकर 4 लाख 6 हजार 525 वोट हासिल हुए. वहीं उनको मात देने वाले लक्ष्मीकान्त निषाद को 4 लाख 98 हजार 695 वोट मिले. लक्ष्मीकांत निषाद समजावादी पार्टी के साइकिल निशान पर चुनावी जंग लड़ रहे थे. उन्होंने संजय निषाद के बेटे को 92 हजार 170 वोटों से हराया है.

2019 का चुनाव परिणाम, प्रवीन की हुई थी जीत

इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी के नदीम अशरफ को 1 लाख 50 हजार 812 वोच मिले. नदीम तीसरे नंबर पर रहे. 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रवीन कुमार निषाद को भाजपा ही के टिकट पर जीत मिली थी. तब निषाद को 4 फीसदी वोट मिले थे. निषाद 4 लाख 67 हजार 543 वोट लाने में सफल रहे थे. तब इस सीट पर सपा और बसपा ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था. बसपा के हिस्से ये सीट आई थी. बसपा ने भिष्म शंकर तिवारी को प्रत्याशी बनया था जो 4 लाख 31 हजार 794 वोट हासिल कर पाए थे.