भारत के इस शहर को पाकिस्तानी दुश्मनों ने बना रखा है अपना बैंक
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बाद पाकिस्तान की कई काली करतूतों का खुलासा किया जा रहा है. इसी के बाद अब NIA ने हाल ही में बड़ा खुलासा किया है कि पाकिस्तान कोलकाता को वित्तीय लेन-देन के लिए सेंटर के रूप में इस्तेमाल कर रहा है.

भारत और पाकिस्तान के बीच इस समय तनाव बढ़ गया है. हालांकि, इसी बीच NIA ने बड़ा खुलासा किया है और सामने आया है कि पाकिस्तानी दुश्मनों ने भारत के बड़े शहर कोलकाता को अपना बैंक बना रखा है और ISI आंतकवाद के लिए अपने वित्तीय लेन-देन के लिए कोलकाता को सेंटर के रूप में इस्तेमाल करता है.
एनआईए के मुताबिक आईएसआई ने कोलकाता को आतंकवाद के लिए अपने वित्तीय लेनदेन केंद्र के रूप में चुना है, कोलकाता भारत में एसेट्स सिटी में से एक है जहां मनीटोरी लेनदेन अधिक आसान और सुचारू तरीके से होते हैं, जो स्लीपर सेल ऑपरेटिव को मदद करता है.
दरअसल, कोलकाता से आतंकवाद का ट्रांसजेक्शन हो रहा है इस बात की जानकारी एनआईए को तब लगी जब उस ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान के लिए कथित रूप से जासूसी करने के आरोप में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान को गिरफ्तार किया था.
एनआईए आरोपी मोती राम जाट और पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के बीच वित्तीय संबंधों की जांच कर रही है. एनआईए ने साथ ही शहर में कुछ ऐसे स्थानों की पहचान की है जहां से कथित तौर पर उनके खाते में वित्तीय लेनदेन किए गए थे.
केंद्रीय एजेंसी को संदेह है कि पैसा जासूसी के लिए पाकिस्तान से भेजा गया था. जाट को जासूसी के आरोप में कुछ दिन पहले दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था. एनआईए अधिकारियों ने शनिवार को मोमिनपुर में एक दुकान पर छापा मारा. एक अधिकारी ने कहा कि कथित तौर पर दुकान से जाट को कई लेनदेन किए गए थे.
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 26 लोगों को गोलियों से भून दिया था. एजेंसियां अभी तक इस हमले में शामिल किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं. एक अधिकारी ने कहा कि जाट "राष्ट्रीय महत्व की महत्वपूर्ण जानकारी" साझा करने में शामिल हो सकता है जिससे आतंकवादियों को हमले को अंजाम देने में मदद मिल सकती थी.
सूत्रों ने कहा कि एनआईए अधिकारियों ने मोमिनपुर दुकान से सीसीटीवी फुटेज इकट्ठा किए हैं. हालांकि, अब फुटेज को खंगाला जा रहा है. एनआईए अधिकारी ने कहा, उस दुकान से गिरफ्तार सीआरपीएफ सहायक उप-निरीक्षक के खाते में कई संदिग्ध लेनदेन किए गए हैं.
एक अधिकारी ने कहा, ऐसा लगता है कि जाट के पाकिस्तानी हैंडलर किसी बड़े लेनदेन करने से इसीलिए बच रहे थे क्योंकि बड़े लेनदेन से शक हो जाता, इसीलिए वो छोटे लेन देन कर रहे थे. केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को शहर भर में 15 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया, जहां जाट के साथ कथित संबंध पाए गए.