VDG को स्पेशल ट्रेनिंग… PoK में एक्टिव हुए लॉन्च पैड के बीच BSF तैयार कर रही नई ‘फौज’
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा कड़ी है. BSF अमरनाथ यात्रा से पहले ग्राम रक्षा गार्ड (VDG) को विशेष प्रशिक्षण दे रही है. पाकिस्तान की संभावित गतिविधियों को देखते हुए यह प्रशिक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है. VDG सदस्यों को आधुनिक हथियारों का उपयोग और सीमा सुरक्षा के तरीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा के इलाके में BSF की तरफ से विलेज डिफेंस गार्ड (VDG) के सदस्यों को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है. ये ट्रेनिंग इसलिए भी अहम है क्योंकि आने वाले दिनों में अमरनाथ यात्रा भी होने वाली है. इस यात्रा के दौरान सुरक्षा एजेंसियां और सुरक्षाबलों के सामने चुनौतियां बेहद ज्यादा रहती हैं.
दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है, ऐसे इनपुट्स भी सामने आ रहे हैं कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और लाइन ऑफ कंट्रोल के अपोजिट पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर (पीओके) में आतंकियों के लॉन्च पैड एक बार फिर एक्टिव हुए हैं, जिसके चलते बीएसएफ और भारतीय सेना भी ज्यादा अलर्ट है.
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद से सुरक्षाबल पाकिस्तान की हर नापाक हरकत को कुचलने के लिए तैयार हैं. यही वजह है कि वीडीजी को भी मजबूत किया जा रहा है. 90 के दशक में इसी VDG के लोगों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से लड़ाई लड़ी थी, लेकिन अब बॉर्डर पर पाकिस्तान की नापाक साजिश को विफल करने के लिए बीएसएफ VDG को तैयार कर रही है. इन VDG के सदस्यों को ऑटोमेटिक राइफल चलाना और अपने इलाके की किस तरीके से सुरक्षा करनी है इसकी विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है.
पाक को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए सिखाया सबक
पहलगाम हमले के बाद भारत ने आतंकियों के ठिकाने ध्वस्त करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया. पाकिस्तान में बैठे दहशतगर्दों के ठिकानों को भारतीय सेना ने तबाह कर दिया. भारत की ये कार्रवाई पाकिस्तान को हजम नहीं हुई और उसने हमला कर दिया, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान को बड़ा नुकसान हुआ. उसके सिर्फ आतंकी ठिकाने ही बर्बाद नहीं हुए बल्कि कई एयरबेस को नुकसान पहुंचा. भारत की कार्रवाई को देख पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मजबूर होना पड़ा. वहीं, पहलगाम हमले में आतंकवादियों ने 26 लोगों को उनका धर्म पूछकर मारा था, जिसके बाद देश में रोष बढ़ गया था और आतंक को पालने वाले पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग तेजी से बढ़ी थी.