गले में फंसा केक और हो गई महिला की मौत… बेटी की डोली से पहले उठी मां की अर्थी

केरल के मलप्पुरम में एक महिला की गले में केक फंसने से मौत हो गई. महिला के गले में केक फंस गया था, जिस वजह से उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी थी. महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. 31 मई को महिला की बेटी की शादी थी. लेकिन बेटी की डोली उठने से पहले महिला के घर वालों को उनकी अर्थी उठानी पड़ी.

 
केरल

केरल के मलप्पुरम में एक 44 वर्षीय महिला की मौत हो गई. महिला के गले में केक फंस गया था, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई. उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. जिस दिन महिला की मौत हुई. उसके अगले दिन यानी 31 मई को महिला की इकलौती बेटी की शादी होनी थी, जो मां की खराब तबीयत की वजह से पहले ही सादगी से संपन्न करा दी गई.

ये मामला एडवन्ना से सामने आया है, जहां एक जैनब नाम की महिला की मौत हो गई. उसके गले में गुरुवार को केक फंसा था. वह चाय के साथ केक खा रही थी, तभी अचानक उसके गले में केक फंस गया. इससे उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी. महिला की हालत बिगड़ती देख परिजन उन्हें कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए और भर्ती करा दिया. वहां एक दिन उनका इलाज चला. लेकिन शुक्रवार को जैनब ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

31 मई को होने वाली थी बेटी की शादी

जैनब की बेटी खैरुन्निसा की 31 मई को शादी होने वाली थी. उनके घर में खुशी का माहौल था. सभी शादी की तैयारियों में लगे हुए थे. खैरुन्निसा, जैनब की इकलौती बेटी है. इसलिए मां अपनी बेटी की शादी के लिए बेहद खुश थी. एक मां अपनी बेटी की शादी के लिए जिस तरह सपने देखती हैं, जैनब ने भी अपनी आंखों में खैरुन्निसा के लिए वैसे ही सपने सजाए थे. लेकिन जैनब ये नहीं जानती थी कि उनके घर की खुशियां अचानक गम में बदल जाएंगी.

बेटी की डोली से पहले उठी मां की अर्थी

खैरुन्निसा की शादी के 2 दिन बचे थे. इसी बीच गुरुवार, 29 मई को जैनब पूरे परिवार के साथ बैठकर केक खा रही थीं. लेकिन तभी केक अचानक से उनके गले में फंस गया. इसके बाद जैनब को सांस लेने में भी परेशानी होने लगी. ऐसे में जैनब के परिवार वाले उन्हें अस्पताल ले गए, जहां जैनब की हालत में इलाज के बावजूद सुधार नहीं हो रहा था. ऐसे में मां की खुशी के लिए खैरुन्निसा की शादी 30 मई को ही सादगी से करा दी गई और उसी दिन मां की मौत हो गई. 30 मई को खैरुन्निसा की डोली से पहले उनकी मां की अर्थी उठी. जैनब की मौत से उनके घर में मातम छा गया और पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया.