BJP या सपा, कौन जीतेगा…दो दोस्तों में लगी 2 लाख 30 हजार की शर्त, बनाया एफिडेविट

यूपी की बदायूं लोकसभा सीट पर सपा और बीजेपी की जीत को लेकर लाखों रुपये की शर्त लगी है. इस बार संभल जिले के रहने वाले दो दोस्तों ने दो लाख 30 हजार रुपये की शर्त लगाई है. दोनों दोस्तों ने शर्त लगाते हुए 10 रुपये के स्टाम्प पेपर पर शर्त का ब्यौरा लिखकर एग्रीमेंट किया है. नियम रखा गया है कि अगर कोई प्रत्याशी पांच हजार से कम वोटों से जीतेगा तो ये शर्त निरस्त मानी जाएगी.

 
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उत्तर प्रदेश के सम्भल में लोकसभा चुनाव का अनोखा क्रेज देखने को मिला. यहां दो दोस्तों के बीच लाखों की शर्त तक लग गई कि बदायूं लोकसभा सीट पर कौन से पार्टी जीतेगी. एक युवक समाजवादी पार्टी (सपा) को समर्थन दे रहा है. तो दूसरा बीजेपी को समर्थन दे रहा है. दोनों में से जिसकी पसंद का प्रत्याशी जीतेगा, उसे जीत की रकम यानि 2 लाख 30 हजार रुपये मिलेंगे. यह रकम हारने वाले युवक को देनी होगी.

कही कोई इस शर्त से मुकर न जाए, इसके लिए उन्होंने रुपये अपने तीसरे साथी को दे दिये हैं. इसका एफिडेविट भी बनवाया है, जिस पर चुनावी शर्त को लिखवाया गया है. यह अनोखा मामला रजपुरा थाना के गांव पतेई नासिर गांव का है. यहां विजेंद्र नामक युवक को भरोसा है कि बदायूं से बीजेपी के प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य जीतेंगे. तो वहीं, नीरेश यादव को लगता है कि सपा के आदित्य यादव जीतेंगे.

शर्त के क्या हैं नियम?

दोनों युवकों ने अपनी-अपनी पसंद के प्रत्याशी पर दांव खेला है. शर्त के कुछ नियम भी रखे गए हैं. भाजपा के दु्र्विजय शाक्य के जीतने पर शर्त की रकम विजेंद्र को मिलेगी. जबकि, आदित्य यादव के जीतने पर नीरेश को दो लाख तीस हजार रुपये मिलेंगे. हार जीत का अंतर पांच हजार या इससे कम वोट होने पर शर्त निरस्त मानी जाएगी.

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बदायूं लोकसभा सीट पर तीसरे चरण यानी सात मई को वोटिंग हो चुकी है और प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद है. लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे, लेकिन नतीजे आने से पहले रही सपा और बीजेपी प्रत्याशियों की हार-जीत को लेकर समर्थकों के बीच लाखों की शर्त लग गई है. अब देखना ये होगा कि कौन इस इनाम की रकम को जीतता है.

शर्त लगाने वालों का क्या कहना है?

विजेंद्र का कहना है कि मैंने बदायूं लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य की जीत पर शर्त लगाई है और मुझे विश्वास है कि वह भारी मतों से जीत रहे हैं. यह शर्त मैंने गांव के ही रहने वाले दूसरे पक्ष नीरेश यादव से लगाई है. हार जीत को लेकर हम दोनों के बीच बहस हो रही थी उसी समय हम लोगों ने यह शर्त लगाई है. जिसमें जीतने वाले प्रत्याशी के समर्थक को 2 लाख 30 हजार रुपये मिलेंगे. इसके लिए हमने 2 लाख 30 हजार रुपये भी जमा कर दिए हैं. इसमें हमने एक शर्त यह भी रखी है कि अगर कोई भी प्रत्याशी 5 हजार या उससे कम वोटो से जीतता है तो ये शर्त निरस्त मानी जाएगी.

वहीं दूसरे पक्ष यानी नीरेश का कहना है कि बदायूं लोकसभा सीट से आदित्य यादव समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हैं और उन्हीं के नाम पर मैंने 2 लाख 30 हजार रुपये की शर्त लगाई है और मुझे विश्वास है कि वह इस सीट से भारी वोटों से जीत रहे हैं.