‘फायर हूं मैं…’, सिर पर गमछा, तन पर धोती और हाथ में कट्टा… की ताबड़तोड़ फायरिंग

 
उत्तर प्रदेश

गाजीपुर में बेखौफ बदमाशों ने दबंगई दिखाते हुए दिन दहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग की है. बोलेरो और बाईक सवार बदमाशों ने एक टेंट हाऊस पर चढ़ कर फायरिंग की और मौके से फरार हो गए. मामला भांवरकोल थाना क्षेत्र के बसनिया चट्टी का है. जहां टेंट हाऊस पर बदमाशों ने फायरिंग की है. बाईक और बोलेरों से कई बदमाश आए थे और मौके पर जमकर फायरिंग कर दी. पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई है जिसका वीडियो भी सामने आया है. दोनों पक्षों के बीच यह बवाल आपसी रंजिश को लेकर हुआ है. पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है और कार्रवाई शुरू की गई है.

इस वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा. वीडियो में देखा जा सकता है कि बाइक और बोलेरो से कई लोग उतरकर टेंट हाऊस की ओर जाकर फायरिंग करना शुरू कर देते हैं. थोड़ी देर बाद ही वे लोग हथियार लहराते फायरिंग करते गाड़ी और बाईकों पर बैठ कर निकल जाते हैं. इस वारदात की जानकारी पुलिस को भी दी गई है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर खाली खोखा और जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं. पुलिस ने पीड़ित पक्ष की तरफ से शिकायत लेकर एफआईआर दर्ज कर लिया है.

शटर लगाई इसलिए बची जान

टेंट हाउस के संचालक शुभम कुमार सिंह पटेल ने बताया कि 12 सितंबर को दिन में वे दुकान पर थे. तभी उन्ही के गांव सियाडी का संदीप यादव अपने दो दर्जन साथियों के साथ हथियार से लैस होकर उनके पास पहुंचा. उसने और उसके साथियों ने उन्हें गालियां देते हुए गोलीबारी की. शुभम ने बताया कि उन्होंने टेंट की शटर को बंद कर दिया था जिस वजह से उनकी जान बच गई. वहीं बाहर उनके चचेरे भाई विकास कुमार सिंह पटेल पर हमला किया लेकिन वे अपनी जान बचाकर भाग गए.

वर्चस्व की जंग जारी

बताया जा रहा है कि गांव का ही दबंग संदीप यादव और उसके साथियों ने दिनदहाड़े हमला किया था जो क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर भी है. एसपी ग्रामीण बलवंत ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया है कि गोली चलने की सूचना पर थाने की पुलिस पहुची थी और हम भी गए थे. 6 नामजद के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है. आरोपी हिस्ट्रीशीटर भी है. जांच हो रही है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा. फिलहाल पुलिस ने मौके से सीसीटीवी फुटेज के साथ पीड़ितों और प्रत्यक्षदर्शियों का बयान भी लिया है. बसनीया वही गांव है जहां पर साल 2005 में तत्कालीन भाजपा के विधायक कृष्णानंद राय की हत्या की गई थी.