सरकारें गिराई, परिवारों को लड़ाया, जनता बलिदान देने को तैयार…नतीजों से पहले अखिलेश का सरकार पर वार

लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा. अखिलेश ने कहा कि बीजेपी सरकार में महंगाई बढ़ी. बेरोजगारी बढ़ी. अमीरों के लोन माफ हुए. किसानों को खुदकशी पर मजबूर किया गया.

 
समाजवादी पार्टी

लोकसभा चुनाव-2024 के नतीजे कल यानी मंगलवार को घोषित होंगे, लेकिन उससे पहले खूब बयानबाजी हो रही है. सत्तापक्ष हो या विपक्ष दोनों ही जीत का दावा कर रहे हैं. इस बीत, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा है कि बीजेपी सरकार में महंगाई बढ़ी, अमीरों के लोन माफ हुए और मणिपुर जैसी घटनाएं हुईं.

केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा, पेपर लीक कराए, बेरोज़गारी बढ़ी, महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया. यही नहीं मणिपुर में हिंसा हुई. सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि इलेक्टोरल बॉण्ड सें मंहगाई बढ़ी. नोटबंदी से गरीबी बढ़ी. खाद की बोरी की चोरी की. अमीरों के लोन माफ किए. किसानों को ख़ुदकुशी पर मजबूर किया. अपराधियों को अपनी पार्टी में शामिल किया.

इन मुद्दों पर भी सरकार को घेरा

अखिलेश यादव ने आगे कहा कि बीजेपी ने लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया. बिना जांच के वैक्सीन लगाई गई. महिलाओं के अंदर सुरक्षा के डर का भाव है. चुनी हुई सरकारें गिराई. राजनीति के फायदे से परिवारों को लड़ाया.

अखिलेश यादव ने कहा कि जिन्होंने किसानों की हत्या की उन्हें मंत्री बनाये रखा. न्यायपालिका में भी अपनी सेटिंग की. ED-CBI को सरकार बचाने और चलाने के लिए इस्तेमाल किया. विकास और रोजगार के झूठे आंकड़े दिए. लोकतंत्र को मनतंत्र बनाया. सरकार पर अखिलेश का हमला यहीं नहीं रुका. उन्होंने कहा कि अग्निवीर जैसी योजना लाई गई. चीन भारत की जमीन दबा रखा है. सपा अध्यक्ष ने कहा कि जनता इस बार गांधी जी की तरह करो और मरो के फॉर्मूले पर अपना बलिदान देने को तैयार है. 140 करोड़ जनता के आगे भ्रष्ट तंत्र नहीं टिक सकता है.

4 जून को घोषित होंगे नतीजे

लोकसभा चुनाव के लिए सात चरणों की वोीटिंग संपन्न हो चुकी है. अब इंतजार है नतीजों का. 4 जून यानी कल मालूम पड़ जाएगा कि केंद्र में किसकी सरकार आ रही है. पिछले कई महीनों से जारी अलग-अलग पार्टियों के दावों पर भी ब्रेक लग जाएगा.