नरभक्षी भेड़ियों के आगे सिस्टम लाचार! बहराइच में फिर बनाया निशाना, बच्ची को मार डाला, अबतक 10 की मौत

रविवार की देर रात भेड़िए ने फिर हमला किया. इस बार भेड़िए के हमले में एक मासूम बच्ची की मौत हो गई है. वहीं टॉयलेट करने के लिए घर से निकली बुजुर्ग महिला गंभीर रूप से जख्मी हो गई हैं. अब तक भेड़ियों के हमलों में 10 लोगों की मौत हो चुकी है.

 
उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा. प्रशासन की लाख सजगता के बावजूद यहां एक मासूम बच्ची और बुजुर्ग महिला के ऊपर रविवार को भेड़िए ने हमला किया. इस हमले में बच्ची की मौत हो गई, वहीं बुजुर्ग महिला को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इससे पहले भेड़िए के हमले में 10 मासूमों समेत एक महिला की मौत हो चुकी है. जबकि 50 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं. यह स्थिति उस समय है जब आधुनिक तकनीक से लैस ड्रोन और थर्मल इमेजिंग कैमरों की मदद से भेड़ियों की लगातार निगरानी की जा रही है.

बावजूद इसके भेड़िए रोज कहीं ना कहीं आबादी में घुस जा रहे हैं और लोगों पर हमले भी कर रहे हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक रविवार को एक आदमखोर भेड़िये ने 65 वर्षीय वृद्ध महिला अचाला के ऊपर हमला किया. इस हमले में महिला बुरी तरह घायल हो गई. उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है. यह घटना जिले में महसी तहसील के बाराबीघा कोटिया गांव का है. महिला के परिजनों ने बताया कि रविवार की रात वह टॉयलेट के लिए घर से बाहर निकली थीं. इतने में भेड़िए ने उनके ऊपर हमला कर दिया.

भेड़िए के हमले में बच्ची की मौत

उनके चींखने की आवाज सुन कर घर लोग दौड़ कर वहां आए, लेकिन शोर सुनकर भेड़िए वहां से भाग गया. परिजनों के मुताबिक इस हमले में महिला बुरी तरह से घायल हो गई थी. ऐसे में उन्हें तत्काल मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत स्थिर बताई है. उधर, हरदी क्षेत्र में भी भेड़िए ने एक मासूम बच्ची के ऊपर हमला किया है. यह बच्ची अपनी मां के साथ सोई थी. इस घटना में बुरी तरह से घायल इस बच्ची को आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

अब तक नहीं ट्रैक हो पाए भेड़िए

भेड़ियों के लगातार हमले होने को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश चरम पर पहुंच गया है. स्थानीय लोगों ने वन विभाग और जिला प्रशासन पर अंधेरे में तीर चलाने का आरोप लगाया. कहा कि भेड़ियों को कंट्रोल करने के लिए स्पेशली डीएफओ आकाशदीप बधावन को बुलाया गया, लेकिन वह भी अब तक फिसड्डी साबित हुए हैं. अभी तक वह भी किसी भेड़िए की हलचल को ट्रैक नहीं कर पाए हैं.