राममंदिर: 10 फीसदी बाकी प्रथम तल पर काम, नवरात्रि में शुरू होगा शिखर निर्माण; होली तक सजेगा राम दरबार
राममंदिर का निर्माण कार्य दो महीने की देरी से चल रहा है. बावजूद इसके उम्मीद है कि होली से पहले राम दरबार बनकर तैयार हो जाएगा. वहीं शिखर का निर्माण कार्य नवरात्रि में शुरू होगा. यह जानकारी मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने दी.
रामभक्तों के लिए एक बड़ी खबर है. अयोध्या में निर्माणाधीन राममंदिर के प्रथम तल का काम लगभग 90 फीसदी पूरा हो चुका है. वहीं बाकी बचा 10 फीसदी काम हर हाल में इसी साल दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. इससे भी बड़ी खबर यह है कि अगले ही महीने आ रही नवरात्रि में मंदिर के शिखर का काम शुरू कर दिया जाएगा. यह जानकारी मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने दी. उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण कार्य भले ही दो महीने की देरी से चल रहा है, लेकिन राम दरबार की स्थापना होली से पहले हो जाएगी.
नृपेंद्र मिश्रा गुरुवार को शुरू हुई मंदिर निर्माण समिति की तीन दिवसीय बैठक से पहले मंदिर का निरीक्षण कर रहे थे. उन्होंने हरेक काम की प्रगति की डिटेल अपनी डायरी में दर्ज किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया को बताया कि मार्च 2025 तक हर हाल में राम दरबार स्थापित हो जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी मंदिर के प्रथम तल पर काम तेजी से चल रहा है. अब तक 90 फीसदी काम हुआ है और शेष काम में तीन महीने का वक्त लग सकता है. हालांकि इस वक्त को भी कम करने की कोशिश हो रही है.
बासुदेव कामत ने फाइनल किया डिजाइन
उन्होंने बताया कि इस काम के साथ ही नवरात्रि में मंदिर के शिखर निर्माण का काम भी शुरू किया जा रहा है. उन्होंने मार्च 2025 तक राम दरबार तैयार करने की योजना की भी समीक्षा की. कहा कि राम दरबार की मूर्ति में क्ले कार्य करने के बाद फाइबर डिजाइन बननी है. यह डिजाइन पत्थर पर चढ़ाया जाएगा. मूर्तिकार वासुदेव कामत ने क्ले का मुआयना करने के बाद इसे पास कर दिया है. अब इसमें कोई अड़चन नहीं है. निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा के मुताबिक फिलहाल मंदिर का निर्माण कार्य सामान्य से तेज गति से चल रहा है.
अपोलो अस्पताल बनाएगा इमरजेंसी सेंटर
ऐसे में कोई अड़चन तो नहीं, लेकिन शिखर का निर्माण किसी चुनौती से कम भी नहीं है. उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में ही अपोलो अस्पताल की ओर से श्रद्धालु सुविधा केंद्र में इमरजेंसी सेंटर बनाया जाएगा. यह काम भी नवरात्रि के दौरान ही शुरू किया जाएगा. उन्होंने मंदिर परिसर में कुबेर टीला के बाद नल नील टीले और अंगद टीले का भी निरीक्षण किया. इनके जीर्णोद्धार को लेकर बताया कि कुबेर टीले को विकसित किया जा रहा है. बाकी दो टीलों के जीर्णोद्धार की दिशा में काम शुरू किया गया है.