शख्स की मौत पर गांव में पहुंचे तांत्रिक, दावा किया- मुर्दे को कर देंगे जिंदा और पढ़ने लगे मंत्र, फिर…

गोरखपुर के बरही गांव का मामला है. इस संबंध में एसपी ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस को मौके पर भेजा गया था. पुलिस ने अंधविश्वास फैलाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

 
उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के चौरीचौरा थाना क्षेत्र के एक गांव में एक शख्स की अचानक मौत हो गई. इसी दौरान गांव में पहुंचे दो पुरुष और एक महिला तांत्रिक ने दावा किया कि इस मुर्दे को हम लोग जिंदा कर देंगे. बस इसके लिए पैसे लगेंगे. घरवालों के राजी होने पर तांत्रिकों ने तंत्र-मंत्र शुरू किया, लेकिन कोई असर होता नहीं दिखा. इसी दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दे दी. पुलिस ने तीनों तांत्रिकों को गिरफ्तार कर लिया और शव को अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया.

चौरीचौरा थाना क्षेत्र के छोटकी बरही गांव के रहने वाले 48 वर्षीय लोरिक की तबीयत कुछ दिनों से खराब थी. घर के लोग इलाज करवा रहे थे, लेकिन कोई विशेष फायदा नहीं हो रहा था. इसी दौरान बीती रात उनकी अचानक मौत हो गई. सुबह लोग शव के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे. इसी दौरान दूसरे समुदाय के दो पुरुष और एक महिला तांत्रिक मौके पर पहुंचे. उन लोगों ने कहा कि हम इस मुर्दे को जिंदा कर देंगे. केवल आपको खर्चे के लिए रुपए देने होंगे. इस तरह का काम हम लोगों ने पहले भी किया है, लेकिन इसके लिए अधिक रुपए खर्च होंगे. यदि आप लोग तैयार हों तो हम अपना कारनामा करके दिखा देंगे.

गांववालों ने पुलिस को सूचना दी

परिजन की सहमति मिलने पर तांत्रिक अपनी तंत्र साधना शुरू कर दिए. तांत्रिक एक पुस्तक निकाले और उसको पढ़ने लगे.फिर शव के ऊपर पानी व फूल डालने लगे. दो घंटे बाद भी जब शव में कोई हरकत नहीं हुई तो लोग इसे फर्जी समझने लगे. इस दौरान ग्रामीण काफी संख्या में जुट गए थे. इसी बीच, किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी.

पुलिस ने तीनों तांत्रिकों को किया अरेस्ट

पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घरवालों को समझाया कि जो मर गया है उसको कोई जिंदा नहीं कर सकता है. इस विज्ञान के युग में आप लोग तंत्र क्रिया के चक्कर में पड़े हुए हैं. ये सभी ढोंगी हैं. पुलिस ने लोगों को समझाकर शव को अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया. साथ ही तीनों तांत्रिक को गिरफ्तार कर अपने साथ लेकर थाने चली गई. इस संबंध में एसपी नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस को मौके पर भेजा गया था. क्योंकि वहां पर काफी भीड़ इकट्ठी हो गई थी. ऐसे में शांति भंग की आशंका के चलते कार्रवाई करनी पड़ी.